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शादी में रुकावट हो तो क्या करें

04 May, 2025 by mukesh shastri

शादी में रुकावट होने पर तंत्र क्रिया या उपायों के माध्यम से समाधान खोजने के लिए, आप ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ उपाय कर सकते हैं। इनमें से कुछ उपाय ह, शिव और पार्वती की युगल प्रतिमा की पूजा करें।गणेश जी की पूजा:प्रतिदिन गणेश जी की पूजा करें और पीले पुष्प चढ़ाएंहल्दी और गाय का दान: गुरुवार को गाय को आटे के पेड़े पर हल्दी लगाकर खिलाएं

इन उपायों के अलावा, आप किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह भी ले सकते हैं।

शादी में रुकावटें कई कारणों से आ सकती हैं, जैसे कि कुंडली में ग्रह दोष, बाहरी बाधाएं, या व्यक्तिगत कारण। इन रुकावटों को दूर करने के लिए, ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं। 

1. शिव-पार्वती की पूजा:

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शिव और पार्वती की युगल प्रतिमा की पूजा करने से विवाह में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।शिवजी को विवाह का देवता माना गया है, इसलिए उनके मंदिर जाकर पूजा करने से भी लाभ मिलता है।

2. गणेश जी की पूजा:

गणेश जी को विघ्नहर्ता माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा करने से विवाह में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।

3 , प्रतिदिन गणेश मंदिर में जाकर पूजा करें और पीले पुष्प चढ़ाएं। 

4. हल्दी और गाय का दान:

गुरुवार को गाय को आटे के पेड़े पर हल्दी लगाकर खिलाने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।हल्दी को शुभ माना जाता है, इसलिए इसे विवाह में शामिल करना अच्छा माना जाता है। 

5. रत्न धारण:, ज्योतिष शास्त्र में ओपल रत्न को धारण करने से विवाह में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं। 

तंत्र क्रिया के कुछ उपाय भी विवाह में रुकावट को दूर करने में सहायक होते हैं, जैसे कि यंत्रों की पूजा, मंत्रों का जाप, और कुछ विशेष वस्तुओं का प्रयोग।      P. Mukesh shastri M- 9680775341 E-mail- mukeshshastri9680@gmail.com Note:- हमारे यहां पर जन्मपत्री वास्तु दोष भूमि शोधन यज्ञ विवाह अनुष्ठान प्रसन्नता पूर्वक किया जाता है संगीत में सुंदरकांड वह भजन कीर्तन वह भागवत महापुराण प्रवचन किया जाता है पर एक वीडियो में, गुरुजी ने शादी में आने वाली बाधाओं को दूर करने वाले कुछ अचूक उपाय बताए हैं। 

अतिरिक्त सुझाव:किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें और अपनी कुंडली के अनुसार उपाय करें।सकारात्मक सोच रखें और भगवान में विश्वास रखें।विवाह योग्य व्यक्ति को विवाह के लिए प्रेरित करें और उसे प्रोत्साहित करें।

ध्यान दें: तंत्र क्रिया और ज्योतिषीय उपाय केवल सहायक होते हैं, इनका उपयोग । किसी भी उपाय को करने से पहले, किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेना बेहतर होता है।